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कटनी के शासकीय तिलक महाविद्यालय में संगोष्ठि का आयोजन

कटनी सिटी.कॉम।
आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत शासकीय तिलक स्नातकोत्तर महाविद्यालय कटनी में दिन मंगलवार को अंग्रेजी विभाग के द्वारा संगोष्ठी का आयोजन ‘‘विभाजन की त्रासदी’’ विषय को केन्द्रित कर किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पूर्व महापौर नगर पालिक निगम कटनी शशांक श्रीवास्तव, प्राचार्य डा एसके खरे, प्रशाकीय अधिकारी डा. चित्रा प्रभात, डा नाहीद् सिद्दीकी विभागाध्यक्ष अंग्रजी, डा. माधुरी गर्ग विभागाध्यक्ष हिदीं व डा कुमुद श्रीवास्तव विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा में माल्यार्पण व द्वीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। महाविद्यालय की छात्रा चांदनी रजक द्वारा सरस्वती वन्दना की प्रस्तुति दी गई। डॉ. नाहीद् सिद्दीकी द्वारा विषय का प्रवर्तन किया गया। प्राचार्य डॉ. एस.के.खरे द्वारा स्वागत भाषण दिया गया तथा विभाजन के संदर्भ में उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई समाज के सभी वर्गों के लोगों ने मिलकर लड़ी है और इसके लिए लोगों ने अपने आप का आत्म बलिदान किया, उन महानायकों के किए गए कार्यों का अनुकरण करने की आवश्यकता है। मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व महापौर कटनी शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि भारत विष्वगुरू तभी बनेगा, जब युवा पीढ़ी अपने अतीत की घटनाओं से रूबरू होंगे और उससे सीखने के लिए प्रेरित होंगे। शशांक श्रीवास्तव जी ने कहा कि हम विभाजन की त्रासदी पर संगोष्ठी कर रहे हैं तो इसका एकमात्र उद्देश्य उन शहीदों को याद करने और श्रद्धा-सुमन अर्पित करने का है जिन्होंने भारत को आजादी दिलाने में अपनी अहम भूमिका निभाई। आजादी के पूर्व अंग्रेजों का उद्देश्य था कि देश में फूट डालो और शासन करो, की नीति पर कार्य करें। वर्तमान में इस तरह की नीतियों से समाज को बचने की आवश्यकता है। डा चित्रा प्रभात ने कहा कि किसी भी देश के विभाजन का असर वहां के सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक एवं आर्थिक स्तर पर देखने को मिलता है। महाविद्यालय के छात्र शुभम मिश्रा ने कहा कि विभाजन से हमें यह सीख लेना चाहिए कि अतीत को बिना जाने वर्तमान एवं भविष्य को बेहतर नहीं बनाया जा सकता। कार्यक्रम का सफल संचालन डा. कुमुद श्रीवास्तव विभागाध्यक्ष अर्थषास्त्र एवं आभार प्रदर्शन डा माधुरी गर्ग विभागाध्यक्ष हिन्दी ने किया। इस संगोष्ठी में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक सहायक प्राध्यापकों व छात्र-छात्राओं ने उत्साहवर्धक भाग लिया।