Katni news: नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी चाचा को उम्र कैद
दुष्कर्म से आरोपी चाचा को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। जिले के थाना क्षेत्र में हुए इस मामले में आरोपी को अब उम्र भर जेल में रहना होगा। मामले में विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट ने दुष्कर्म के इस मामले को जघन्य व सनसनी खेज माना है।
अदालत ने मामले को जघन्यतम व सनसनीखेज माना
कटनी। दुष्कर्म से आरोपी चाचा को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। जिले के थाना क्षेत्र में हुए इस मामले में आरोपी को अब उम्र भर जेल में रहना होगा। मामले में विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट ने दुष्कर्म के इस मामले को जघन्य व सनसनी खेज माना है। आरोपी पीडि़ता का चाचा है इस कारण पॉक्सो अधिनियम के अंतर्गत आरोपी के नाम व पता का उल्लेख नहीं किया गया। अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना दौरान आरोपी का डीएनए परीक्षण कराया गया। इससे वैज्ञानिक साक्ष्य में यह प्रमाणित हुआ कि पीडि़ता ने जिस लडक़े को जन्म दिया गया है उसका जैविक पिता आरोपी आरोपी था। विवेचना के बाद अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
आरोपी को चिन्हित प्रकरण में आरोपी को धारा 376(3), 506 भादवि व 5(जे) पॉक्सो एक्ट में दोषी पाया और आजीवन कारावास व 2 हजार रूपये के अर्थदंड से दंडित किया। धारा 376(3) भादवि में 20 वर्ष का सश्रम कारावास व 1000 रुपये का अर्थदंड व धारा 506 भादवि में 01 वर्ष का सश्रम कारावास व 500/- रूपये के अर्थदंड से दंडित किया गया। प्रकरण में शासन की ओर से पैरवी विशेष लोक अभियोजक/सहायक जिला अभियोजन अधिकारी आशुतोष द्विवेदी ने की। मीडिया सेल प्रभारी सुरेंद्र कुमार गर्ग ने बताया कि 04 फरवरी को थाना सिहोरा को सिविल अस्पताल सिहोरा में इस आशय की लिखित सूचना प्राप्त हुई कि एक नाबालिग लडक़ी आयु लगभग 15 वर्ष को प्रसव के लिए सिविल अस्पताल सिहोरा लाया गया है। उक्त सूचना पर पुलिस द्वारा सिविल अस्पताल सिहोरा जबलपुर पहुंचकर पीडि़ता से पूछताछ की गई। 10 मई 2022 को पुलिस को पीडि़ता ने बताया था कि मेरे घर के बाजू में चाचा रहते हैं। उनकी उम्र 40-45 की है। हम लोगों के घर की छत साथ में जुड़ी है। पीडि़ता ने बताया था कि वह अक्सर चाची से अपने कपड़े सिलवाने व चाची से मिलने उनके घर जाया करती थी। मई-जून वर्ष 2021 की बात है वह अपने कपड़े सिलने डालने के लिए चाची के घर गई थी और कपड़े सिलवाकर उन्हीं के छत से अपने छत की तरफ जाने के लिए ऊपर गई। यहीं पर अपने कमरे में लेटे हुए थे। उन्होंने मुझे देखा और आकर मेरा हाथ पकडक़र अपने कमरे में घसीट के ले गए। पीडि़ता ने अपने आप को छुड़ाने की कोशिश की लेकिन नहीं छुड़ा पाई। चाचा ने अपने हाथों से मुंह दबा दिया था। इससे पीडि़ता सांस भी नहीं ले पा रही थी। इसके बाद मेरे चाचा ने मेरे साथ जोर जबरजस्ती करते हुए दुष्कर्म किया और किसी को बताने पर मुझे और घर वालों को जान से मारने की धमकी दी थी। इसके कुछ दिन बाद ही मेरी तबीयत खराब होने लगी और मेरा पेट बड़ा होने लगा। दिनांक 3 फरवरी 2022 को पेट में नीचे की ओर तेज दर्द होने लगा तो मुझे मेरे बड़े पापा के लडक़े और भाभी उमरियापान सरकारी अस्पताल ले गए। होने से मुझे मेरे भईया भाभी सिहोरा सरकारी अस्पताल ले गए। यहां 4 फरवरी 22 को एक लडक़े को जन्म दिया था।