Balaghat News : बालाघाट में जैन मंदिर में चोरी के बाद आत्म ग्लानि से भरा चोर, माफीनामा लिख छोड़ दिया सामान

The thief suffered loss after stealing in the Jain temple wrote an apology left the goods near the connection wrote sorry
कटनी सिटी. काम। चोरों के भी चोरी करने के बाद हृदय परिवर्तन हो जाते हैं। इस तरह का एक मामला बालाघाट जिले में सामने आया है। यहां पर चोरी करने के बाद चोर हृदय परिवर्तन हो गया।
मंदिर में चोरी करने के बाद एक चोर आत्मग्लानि से भर गया। यही नहीं उसने माफी नामा भी लिखा कि किस तरह मंदिर में चोरी करने के बाद उसे परेशानियां हुईं। चोर ने इसके बाद सारा सामान छोड़ दिया। मामला बालाघाट के लामता बाजार क्षेत्र का है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में लगी है। चोर की हैंड राइटिंग को समझते हुए चोर को ढूंडने के प्रयास किए जा रहे हैं।
ये था मामला
लामता के बाजार चौक स्थित शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में 24 अक्दटूबर 25 अक्टूबर की रात चोर ने चोरी की। चार दिन में चोर आत्मग्लानि से भर गया। उसे हर जगह नुकसान दिखने लगा। इस सबके पीछे जैन में मंदिर में चोरी करने की घटना को जिम्मेदार माना और उसने सामान वापस रखने का निर्णय लिया। अंततः चोर ने चार दिन बाद 28 अक्टूबर को जैन मंदिर से चोरी किया गया सामान वापास रख दिया। चोर यही नहीं लिखा। बकायदा उसने एक लेटर भी लिख दिया।
यह की थी चोरी
चोर ने जैन मंदिर से चांदी के नौ छत्र, एक चांदी का भमडंल और तीन पीतल के भमडंल चोरी की थी। उसने 28 अक्टूबर को नल जल योजना वाले नल के पास एक माफीनामा लिखकर छोड़ दिया।
चोर का पत्र
चोर ने लिखा कि सामान चोरी करने के बाद से काफी नुकसान एवं परेशानी हो रही है। मुझे माफ करना सामान को जैन समाज तक पहुंचा देना। इसलिए चोरी किया हुआ सामान वापस रखकर जा रहा हूं। चोर ने खुद को लामता निवासी बताया है। इस माफीनामा को पुलिस ने जब्त कर लोगों से हेड राइटिंग का मिलान शुरू कर दिया है।