शिकारी बने शिकार: कटनी पुलिस की बड़ी कार्रवाई, लड़कियों के जाल में फंसाकर ऐंठने वाले गैंग के 10 सदस्य गिरफ्तार
मध्य प्रदेश के कटनी जिले में अपराधियों का एक कुख्यात गिरोह, जो महिलाओं के बहाने पुरुषों को फंसाकर पैसे ऐंठता था
मध्य प्रदेश के कटनी जिले में अपराधियों का एक कुख्यात गिरोह, जो महिलाओं के बहाने पुरुषों को फंसाकर पैसे ऐंठता था

शिकारी बने शिकार: कटनी पुलिस की बड़ी कार्रवाई, लड़कियों के जाल में फंसाकर ऐंठने वाले गैंग के 10 सदस्य गिरफ्तार
कटनी, 1 नवंबर 2025 (स्पेशल डेस्क): मध्य प्रदेश के कटनी जिले में अपराधियों का एक कुख्यात गिरोह, जो महिलाओं के बहाने पुरुषों को फंसाकर पैसे ऐंठता था, अब खुद पुलिस के जाल में फंस गया।
कुठला थाना पुलिस ने मात्र कुछ घंटों में इस गैंग के 10 सदस्यों—छह पुरुषों और चार महिलाओं—को धर दबोचा। घटना में ऐंठी गई पूरी 93,000 रुपये की रकम और चार मोबाइल फोन बरामद कर लिए गए। सभी आरोपी कोर्ट के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक अभिनय विश्वकर्मा (आईपीएस) के सख्त निर्देशों पर अमल करते हुए यह कार्रवाई की गई। एसपी ने कहा, “समाज को अपराधमुक्त बनाने के लिए हमारी टीमें 24×7 सतर्क रहती हैं। यह सफलता अपराधियों के लिए चेतावनी है कि कानून का साया हर जगह है।
” अतिरिक्त एसपी डॉ. संतोष डेहरिया और नगर एसपी नेहा पच्चीसिया के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र मिश्रा की अगुवाई वाली टीम ने मुखबिरों की सूचना और आधुनिक तकनीक का सहारा लेकर यह कमाल किया।
घटना की पूरी कहानी: धमकी और लूट का जाल
मामला 29 अक्टूबर 2025 का है। बरही थाना क्षेत्र के निवासी प्रियेश अग्रवाल (35 वर्ष) ने कुठला थाने में शिकायत दर्ज कराई। प्रियेश ने बताया कि शाम करीब चार बजे उनकी पुरानी परिचित नेहा ने फोन पर किसी लड़की से मिलने का लालच दिया। कुछ देर बाद नेहा की साथी पूजा चौधरी ने उन्हें लमतरा इंडस्ट्रियल एरिया के बर्मन ढाबा के सामने बुलाया।शाम साढ़े छह बजे प्रियेश वहां पहुंचे, तो नेहा, पूजा चौधरी, भूमि गर्ग और गीतांजली श्रीवास्तव नाम की चार महिलाएं मौजूद थीं।
नेहा ने हरान नाम के युवक से कमरे की चाबी मंगवाई और प्रियेश को भूमि के साथ अंदर भेज दिया। अचानक हरान अपने साथियों—मोनू उर्फ शाहिल सेन, अनिकेत, शिवम, समीर मलिक और समीर खान—के साथ घुस आया। उन्होंने प्रियेश और भूमि की फोटो खींच लीं और वायरल करने की धमकी देकर पैसे मांगने लगे।
विरोध पर आरोपियों ने प्रियेश का मोबाइल छीन लिया और पासवर्ड पूछा। मना करने पर गला दबाकर मार डालने की धमकी दी। डरकर प्रियेश ने पासवर्ड बता दिया।
इसके बाद शाहिल सेन ने उनके बैंक खाते से 90,000 रुपये गीतांजली के खाते में ट्रांसफर कर लिए। जेब के 3,000 रुपये नकद और मोबाइल लूटकर सभी महिलाओं सहित फरार हो गए। पीड़ित ने तुरंत थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिस पर आईपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज हुआ।
फटाफट कार्रवाई: घंटों में गैंग ढेर
घटना की गंभीरता देख थाना प्रभारी राजेंद्र मिश्रा ने त्वरित एक्शन लिया। मुखबिरों की मदद से संदिग्धों का पता लगाया गया और 30 अक्टूबर को सभी को घेराबंदी में पकड़ लिया। बरामदगी में 93,000 रुपये नकद, चार मोबाइल फोन और अन्य सामान शामिल हैं।
थाना प्रभारी ने बताया, “यह गिरोह लंबे समय से ऐसी ठगी कर रहा था। हमारी सतर्कता से अपराधी अब सलाखों के पीछे हैं।
“गिरफ्तार अपराधियों की सूची क्रमांक नाम उम्र पता1साहिल सेन (मोनू) पिता जगदेव सेन21 वर्षग्राम पिलौंजी, थाना कुठला2हरान खान पिता गुलाब खान20 वर्षलमतरा3शिवम कुशवाहा पिता स्व. प्रकाश कुशवाहा20 वर्षपुरैनी, थाना कुठला4छोटू उर्फ अनिकेत यादव पिता सुदामा यादव20 वर्षलमतरा फाटक, थाना कुठला5समीर मलिक पिता अब्दुल सत्तार26 वर्षप्रेमनगर, थाना एनकेजे6समीर खान पिता मुश्ताक खान20 वर्षलमतरा पावर हाउस, थाना कुठला7नेहा सिहोते पत्नी जितेंद्र सिहोते 38 वर्षरोशन नगर, थाना एनकेजे8गीतांजली श्रीवास्तव पुत्री स्व. विशाल श्रीवास्तव25 वर्षमाधवनगर, थाना माधव नगर9पूजा चौधरी पत्नी विकास चौधरी27 वर्षप्रेमनगर, थाना एनकेजे10भूमि गर्ग पुत्री हरिओम गर्ग18.5 वर्षद्वारका सिटी, थाना माधव नगर
आपराधिक इतिहास: पुराने अपराधी गिरोह के मुख्य आरोपी हरान खान के खिलाफ कुठला थाने में पहले से तीन मामले दर्ज हैं। शाहिल सेन पर एक और समीर खान पर दो मामले पंजीकृत हैं। पुलिस ने सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है, ताकि समाज में ऐसी घटनाओं का सिलसिला रुके।
हीरो पुलिस टीमयह सफलता पूरी टीम की मेहनत का नतीजा है। थाना प्रभारी राजेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में उप निरीक्षक प्रतीक्षा सिंह चंदेल, सौरभ सोनी, विनोद सिंह; सहायक उप निरीक्षक श्याम नारायण सिंह, तीरथ तेकाम; प्रधान आरक्षक रामेश्वर सिंह, अजय यादव, राहुल सिंह, नंदकिशोर अहिरवार, राहुल मिश्रा, सुनील पांडेय; महिला प्रधान आरक्षक सविता तिवारी; आरक्षक मनोज सिंह, अजय पाठक, हर्षुल मिश्रा, शिशिर पांडेय; महिला आरक्षक दिव्या तिवारी और अन्य स्टाफ ने सराहनीय भूमिका निभाई।
कटनी पुलिस अपराधियों को चेतावनी दे रही है—अपराध का कोई ठिकाना नहीं। अगर आप भी ऐसी ठगी का शिकार बने हैं, तो तुरंत थाने पहुंचें। यह घटना साबित करती है कि सतर्कता ही सुरक्षा है।प्रदीप कुमार की रिपोर्ट
