कौड़िया शराब दुकान के पास सुंदरम तिवारी पर हत्या के प्रयास का मामला लगने, परिजनों ने बिना जांच मामला बनाने का लगाया आरोप
अब सबकी निगाहें जांच पर टिकी हैं कि पुलिस सच को सामने लाती है या एक निर्दोष युवक को कानूनी जाल में फंसने दिया जाता है।एसपी डा संतोष डेहरिया ने बताया मामले को दिखवाया जाएगा
अब सबकी निगाहें जांच पर टिकी हैं कि पुलिस सच को सामने लाती है या एक निर्दोष युवक को कानूनी जाल में फंसने दिया जाता है।एसपी डा संतोष डेहरिया ने बताया मामले को दिखवाया जाएगा

कटनी। स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम कौड़िया में रविवार देर रात शराब दुकान के पास हुए मामूली विवाद ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप परिजनों ने लगाउ है।
चरगंवा निवासी भोला साहू की शिकायत पर पुलिस ने सत्यम तिवारी के साथ-साथ उनके भाई सुंदरम तिवारी पर भी जानलेवा हमला (धारा 307) सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया, जबकि वायरल सीसीटीवी फुटेज में सुंदरम घटना के ठीक समय पर चरगंवा की किराना दुकान पर मौजूद दिख रहे हैं।
घटना कुछ इस तरह हुई
23 नवंबर की रात करीब 8-9 बजे कौड़िया शराब दुकान के पास भोला साहू और सत्यम तिवारी के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी और हाथापाई हो गई।
भोला साहू ने थाने पहुंचकर लिखित शिकायत की कि सत्यम और सुंदरम तिवारी ने मिलकर उस पर चाकू से हमला किया। पुलिस ने बिना देर किए दोनों भाइयों के खिलाफ हत्या के प्रयास की धाराओंतहत केस दर्ज कर लिया।
पर CCTV ने उी दी नई कहानीवायरल फुटेज में स्पष्ट तारीख-समय के साथ सुंदरम तिवारी चरगंवा गांव की एक किराना दुकान पर बैठे नजर आ रहा है।चरगंवा से कौड़िया की दूरी करीब 8-10 किलोमीटर है, इतनी दूरी कुछ मिनटों में तय करना नामुमकिन है।
परिजनों का दावा है कि सुंदरम को सिर्फ इसलिए फंसाया गया क्योंकि वह सत्यम का भाई है।थाना प्रभारी बोले – शिकायत में नाम था, इसलिए दर्ज कियास्लीमनाबाद थाना प्रभारी सुदेश सुमन ने कहा, “फरियादी ने रात में ही थाने आकर दोनों का नाम लिया था। खून से सनी बनियान जब्त की गई है।
सत्यम तिवारी को भी चोटें आई हैं, उसका भी मेडिकल कराया गया है। दोनों पक्षों के खिलाफ अलग-अलग मुकदमे दर्ज हैं। सीसीटीवी और अन्य साक्ष्यों की गहन जांच चल रही है।
”ग्रामीणों और परिजनों में भारी रोष है। उनका सवाल एक ही है, “जब व्यक्ति घटनास्थल पर था ही नहीं, तो हत्या के प्रयास जैसी गंभीर धारा कैसे लगा दी गई?
”अब सबकी निगाहें जांच पर टिकी हैं कि पुलिस सच को सामने लाती है या एक निर्दोष युवक को कानूनी जाल में फंसने दिया जाता है।एसपी डा संतोष डेहरिया ने बताया मामले को दिखवाया जाएगा
