कटनी में PPP मॉडल पर मेडिकल कॉलेज के विरोध में जागरूक नागरिकों का धरना
यह धरना पूंजीवाद और निजीकरण के विरोध में आयोजित किया गया, जिसमें जनता की भावनाओं को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की उम्मीद जताई गई
यह धरना पूंजीवाद और निजीकरण के विरोध में आयोजित किया गया, जिसमें जनता की भावनाओं को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की उम्मीद जताई गई

कटनी, 26 दिसंबर 2025: कटनी जिले में शासकीय मेडिकल कॉलेज की मांग को लेकर जागरूक नागरिकों ने आज कचहरी चौक पर धरना प्रदर्शन किया।
यह धरना सुबह 11 बजे शुरू हुआ और दोपहर 2 बजे तक चला, जिसमें जिले भर से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इसके बाद प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे और अतिरिक्त कलेक्टर को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में मुख्य मांग की गई है कि कटनी में मेडिकल कॉलेज को पूर्णतः शासकीय मॉडल पर खोला जाए, न कि पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री की पूर्व घोषणा से जिले में खुशी की लहर दौड़ गई थी, क्योंकि यह कटनी की लंबे समय से चली आ रही मांग थी।
लेकिन हालिया समाचारों में PPP मॉडल पर कॉलेज खोलने की जानकारी आने से लोग निराश और ठगा महसूस कर रहे हैं।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि PPP मॉडल दरअसल निजीकरण का एक रूप है, जिससे जहां-जहां ऐसे मेडिकल कॉलेज खुले हैं, वहां आम जनता को इलाज में अधिक कष्ट और खर्च का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पार्टी के जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी भी इस मॉडल को उचित नहीं मानते, लेकिन दलीय अनुशासन के कारण खुलकर विरोध नहीं कर पाते।
उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की है कि जनभावनाओं का सम्मान करते हुए कटनी में पूर्ण शासकीय मेडिकल कॉलेज खोला जाए।(पृष्ठभूमि: हाल ही में 23 दिसंबर 2025 को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने धार और बैतूल में PPP मॉडल पर देश के पहले ऐसे मेडिकल कॉलेजों की आधारशिला रखी थी।
इसी मॉडल पर कटनी और पन्ना में भी कॉलेज खोलने की योजना है।)
धरने में प्रमुख रूप से मनोज निगम, विष्णु बाजपेयी, डॉ. सचिन कुशवाहा, मंगल सिंह, सोनू सोनी, विपिन राय, बाल्मीक विश्वकर्मा, सरवन सोनी, प्रभात पांडे, सचिन शर्मा, संतोष पटेल, ब्रजकिशोर पटेल, संतराम पटेल, इंद्रजीत निषाद, शेख असलम, सतोष साहू, महंतू काछी, दोष मोहम्मद, रामलोचन तिवारी, राहुल, राकेश गुप्ता, श्याम निषाद, जगदीश पटेल, शिवप्रसाद पटेल, रामसेवक, गोपाल चौधरी, केशव सेन, गोपाल साहू, गोरे लाल, सागर राय, शुभम राय, रामदास केवट सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे।
यह धरना पूंजीवाद और निजीकरण के विरोध में आयोजित किया गया, जिसमें जनता की भावनाओं को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की उम्मीद जताई गई।
