Katni sleemnabad news स्लीमनाबाद के चरगवां गांव में अवैध शराब बिक्री पर बवाल: ग्रामीणों ने शराब माफिया के गुर्गों को जमकर पीटा, पुलिस की भूमिका पर सवाल
जिले के स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत चरगवां गांव में अवैध शराब बिक्री को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। गांधी जयंती (2 अक्टूबर) को घोषित ड्राय डे के बावजूद शराब की अवैध सप्लाई जारी रहने से नाराज ग्रामीणों ने शराब लेकर आए गुंडों पर हमला कर दिया और उन्हें जमकर पीटा। इस घटना ने जिले में शराब माफिया के हौसलों और पुलिस की लापरवाही को फिर से उजागर कर दिया है।

कटनी, 5 अक्टूबर 2025: जिले के स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत चरगवां गांव में अवैध शराब बिक्री को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। गांधी जयंती (2 अक्टूबर) को घोषित ड्राय डे के बावजूद शराब की अवैध सप्लाई जारी रहने से नाराज ग्रामीणों ने शराब लेकर आए गुंडों पर हमला कर दिया और उन्हें जमकर पीटा। इस घटना ने जिले में शराब माफिया के हौसलों और पुलिस की लापरवाही को फिर से उजागर कर दिया है।
घटना की जानकारी देते हुए प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि 2 अक्टूबर की रात कुछ गुंडे अवैध शराब की खेप लेकर गांव में घुसे। ग्रामीणों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन गुंडों की धमकियों से तंग आकर村民ों ने उन पर टूट पड़े। ग्रामीणों का कहना है कि शराब माफिया का संरक्षण इतना मजबूत हो गया है कि वे कानून की परवाह किए बिना कारोबार चला रहे हैं। एक ग्रामीण ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “गांधी जयंती पर ड्राय डे की घोषणा के बावजूद ये लोग बेखौफ शराब बेच रहे हैं। हमारी शिकायतों पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती।”
यह पहला मौका नहीं है जब चरगवां या स्लीमनाबाद क्षेत्र में अवैध शराब बिक्री को लेकर हिंसा हुई हो। इससे पहले भी ग्रामीणों ने विरोध जताया था, जिसमें एक मामला सामने आया था जहां शराब कारोबारियों ने विरोध करने वाले ग्रामीणों पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। हाल ही में एसपी कार्यालय के पास ही नियमों का उल्लंघन कर शराब बेचने का वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद पुलिस को हरकत में आना पड़ा। शहर में शराब कारोबारियों के बीच आपसी विवाद भी चर्चा का विषय बने हुए हैं।
ग्रामीण महिलाओं ने इस समस्या पर गहरी चिंता जताई। एक महिला ने बताया, “हमारे पति और बच्चे इस नशे की चपेट में आ रहे हैं। छोटे-छोटे बच्चे भी लत के शिकार हो रहे हैं। जब जिम्मेदार अधिकारी अपना काम नहीं करेंगे, तो हम मजबूरी में खुद ही इन बुराइयों से लड़ेंगे। हम कहां जाएं? घर-घर में ये जहर फैल रहा है।”
पुलिस सूत्रों के अनुसार, घटना की जांच शुरू कर दी गई है। स्लीमनाबाद थाना प्रभारी ने कहा कि अवैध शराब बिक्री के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन ग्रामीणों के आरोपों पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। जिले में शराबबंदी के नियमों की पालना सुनिश्चित करने के लिए उच्चाधिकारियों से हस्तक्षेप की मांग उठ रही है। यह घटना न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में नशे की बढ़ती समस्या को भी रेखांकित करती है। आगे की जांच से और तथ्य सामने आने की उम्मीद है।
