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Karva Chauth 2022 – रात आठ बजकर दस मिनट पर निकलेगा चांद, जानें कैसे करें पूजा

Karva Chauth 2022 – Moon will come out at 8.10 pm, know how to worship

कटनी सिटी.काम। करवा चौथ की तैयारियों में महिलाएं लगी हैं। इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। पंडितों से मिली जानकारी के अनुसार रात आठ बजकर दस मिनिट पर चांद निकलेगा।
पंडित रामेश्वर प्रसाद पाठक ने बताया कि चांद देखने के बाद महिलाओं को आवश्यक रूप से अपने व्रत का पारायण कर देना चाहिए।
पति की लंबी उम्र की कामना के लिए महिलाएं 13 अक्टूबर को चौथ पर निर्जला व्रत रख रही हैं। सुबह से शुरू होने वाला यह व्रत चंद्रोदय के साथ पूर्ण होगा। व्रत की तैयारी के लिए महिलाओं ने तैयारी पूरी कर ली है। गुस्र्वार की रात चांद निकलने पर पूजन कर चांद का दर्शन कर पति की लंबी उम्र की कामना की जाएगी। इस बार करवा चौथ पर रोहिणी नक्षत्र का संयोग रहेगा जिसे पूजन के लिए विशेष माना जा रहा है। चंद्रोदय रात 8:10 बजे होगा।
पंडित रामेश्वर प्रसाद पाठक ने बताया कि करवा चौथ के दिन कृतिका नक्षत्र शाम 7:24 बजे तक रहेगा। इसके बाद रोहिणी नक्षत्र शुरू होगा जो कि 14 अक्टूबर को रात 9:11 बजे तक रहेगा। इस दिन चंद्रमा वृषभ राशि और सूर्य कन्या राशि में विराजमान रहेंगे। रोहिणी नक्षत्र चंद्रमा का पसंदीदा नक्षत्र है क्योंकि यह सबसे लंबे समय तक यहां रहता है। करवा चौथ के दिन रोहिणी नक्षत्र में चंद्रदेव को अर्घ्य देने से जीवन में संपन्नता व खुशहाली आने की मान्यता है।

करवा चौथ के पूजन की विधि
करवा चौथ पर महिलाएं किस तरह पूजन करें। इसके लिए पंडितों ने बताया कि कि करवा चौथ की पूजन सामग्री में सबसे आवश्यक वस्तु करवा होता है। यह मिट्टी का बना टोंटी वाला छोटा सा कलश होता है, जिसके ऊपर ढंकने के लिए मिट्टी का दीया होता है। मिट्टी की जगह पीतल का करवा भी लिया जा सकता है, लेकिन मिट्टी के करवे की अधिक मान्यता होती है। मिट्टी के दो दीये। करवे में लगाने के लिए कांस की तीलियां। पूजन के लिए कुमकुम, चावल, हल्दी, अबीर, गुलाल, मेहंदी, मौली, फूल, फल, प्रसाद आदि। रात में चंद्र दर्शन के बाद पति का चेहरा देखने के लिए छलनी। जल से भरा कलश या आचमनी। चौकी, करवा चतुर्थी पूजन का पाना अर्थात् चित्र जिसमें चंद्रमा, शिव, पार्वती, कार्तिकेय आदि के चित्र बने होते हैं। करवा चौथ कथा की पुस्तक, धूप, दीप। सुहाग की सामग्री की आवश्यकता होती है। इन सब वस्तुओं का इंतजाम करने के बाद महिलाओं को पूरे मन से करवा चौथ का पूजन अर्चन करना चाहिए। इसका शुभफल होता है।