Katni City News : स्माल फाइनेंस बैंक द्वारा शासन के निर्देशों का पालन नही होना पाया
कंपनी।कलेक्टर अवि प्रसाद ने समदडिया सिटी माधवनगर स्थित फिन केयर स्माल फाइनेंस बैंक शाखा द्वारा 20 महिलाओं के नाम से फर्जी ऋण स्वीकृत कर उनके खातों से राशि आहरण कर 20 ग्रहिताओं के साथ की जा रही धोखा धड़ी के मामले को गंभीरता से लेते हुए बैंक द्वारा की गई अनियमितता की जानकारी राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति, मुख्य महाप्रबंधक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और आयुक्त सह संचालक संस्थागत वित्त को दी है।
कलेक्टर द्वारा फिन केयर स्माल फाइनेंस बैंक की धोखाधड़ी मे संलिप्तता संबंधी लिखे पत्र के बाद आयुक्त संस्थागत वित्त स्वनिल वानखेडे ने भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निर्देशक भोपाल को पत्र लिखा है।
ये है मामला
ग्राम लखाखेरा थाना व तहसील बड़वारा के 6 शिकायतकर्ताओं ने कलेक्टर श्री प्रसाद को बताया कि फिन केयर स्माल फाइनेंस बैंक समदडिया सिटी माधवनगर कटनी मे बैंक के कर्मचारियों द्वारा आवेदकों के नाम से फर्जी तरीके से ऋण स्वीकृत कर उनके खाते से राशि आहरण कर धोखाधड़ी की गई है। शिकायतकर्ताओं में लखाखेरा निवासी दीपा साहू, ममता बाई राय, फलबाई साहू, चंदाबाई साहू, राधाबाई रजक और अल्पना साहू शामिल है। इन सभी ने कलेक्टर श्री प्रसाद को शिकायत के माध्यम से बैंक द्वारा की जा रही विसंगतियों की जानकारी दी। इस पर कलेक्टर ने लीड बैंक मैनेजर से जॉच कराई। जॉच के बाद कई तथ्य सामने आये जिसमे शिकायतकर्ता महिलाओं को लाड़ली बहना योजना की राशि नहीं मिली तो उन्होंने अपने लोन खाते का स्टेटमेंट बैंक से प्राप्त करने पर पाया कि उनके तीन लोन खाते है। जबकि महिलाओ ने बताया कि लोन लेने हेतु वे एक बार ही बैंक गये है और लोन भी एक बार ही लिया है। इन सभी महिलाओं का कहना है कि दूसरे और तीसरे लोन बैंक के अधिकारी और स्थानीय गांव के दलाल के द्वारा मिलकर फर्जीवाड़ा किया गया है। इन्होंने आयुष्मान कार्ड बनाने के बहाने से धोखे से अंगूठा लगवाकर लोन निकाल लिया है।
जांच में फर्जी पाये गए दस्तावेज
वहीं एल.डी.एम द्वारा जांच के लिए फिनकेयर स्माल फाइनेंस बैंक से दस्तावेज मांगे गए तो तीसरी बार के स्वीकृत ऋण के दस्तावेज ही प्रदाय किये गए। दस्तावेजों में हस्ताक्षर फर्जी एवं ऋण दस्तावेजों में लगी फोटो भी अन्य व्यक्ति की पाई गई। जो ऋणी नहीं है। शिकायतकर्ता महिलाओं के नाम पर बैंक कर्मचारियों और गांव के दलाल ने मिलकर फर्जी तरीके से लोन दस्तावेजों मे हस्ताक्षर कर पैसा निकाला है। जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया है।
लाड़ली बहना योजना राशि का ऋण खाते में किया समायोजन
इसी प्रकार ग्राम देवरी कला निवासी 6 अन्य शिकायतकर्ताओं क्रमशः पार्वती बाई, प्रेमलता नामदेव, सावित्री बाई बर्मन, कीर्ति बर्मन, रामकली सेन और क्रांति सेन ने बताया कि फिन केयर स्माल फाइनेंस बैंक शाखा माधवनगर से लिये गये ऋण राशि की समस्त राशि व्याज सहित जमा करने तथा शासन से लाड़ली बहना योजना के तहत प्राप्त 1 हजार रूपये प्रतिमाह शिकायतकर्ता महिलाओं के खाते से निकालने एवं खाते का संचालन बैंक द्वारा करने के सबंध मे बैंक का कहना है कि शिकायतकर्ताओं द्वारा बैंक से ऋण लेने एवं खाते से आधार लिंक होने से लाड़ली बहना योजना की रकम खाते से कट गई है।
समायोजन नियम विरूद्ध
जबकि संचालनालय संस्थागत वित्त भोपाल के निर्देशानुसार भारत सरकार या राज्य सरकार द्वारा अपनी किसी योजना अंतर्गत हितग्राही को निर्गमित की गई अनुदान या सहायता राशि का समायोजन किसी ऋण खाते में नहीं किये जाने के निर्देश है।
बिना कर्ज लिए बने ऋणी
इसी से संबंधित मामले पर फिन केयर स्माल फाइनेंस बैंक शाखा माधवनगर के संबंध में लखाखेरा बड़वारा निवासी 8 शिकायतकर्ता हितग्राहियों क्रमशः प्रियंका महोबिया, राधाबाई रजक, पूनम यादव, कांतां बाई तिवारी, रमिया बाई चौधरी, मीना यादव, शांतिबाई तिवारी और रजनी त्रिपाठी ने भी बैंक के विरूद्ध बिना कर्ज लिये कर्ज बांट दिये जाने के संबंध में धोखाधड़ी करनें की जानकारी कलेक्ट्रेट कार्यालय को दी है। कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा इस मामले की जांच हेतु लीड बैंक मैनेजर को निर्देशित किया गया है।
इस प्रकार लीड बैंक मैनेजर द्वारा प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन के अनुसार फिनकेयर स्माल फाइनेंस बैंक शाखा माधव नगर के कर्मचारियों और गांव के दलाल ने मिलकर फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार कर शिकायतकर्ता महिलाओं के नाम पर ऋण जारी कर फर्जी दस्तावेजों में हस्ताक्षर कर रकम निकाला जाना पाया गया। साथ ही अन्य शिकायतों मे भी नियम विरूद्ध तरीके से शासन की योजनाओं की राशि का समायोजन ऋण खाते से होना प्रमाणित पाया गया।