Katni news: मेडीकल की डिग्री के लिए कम पड़ रहे थे रुपये योजना बनाकर कर दी दोस्त लोकोपायलट की हत्या
कटनी। छतरपुर जिले के गढ़ी मलेहरा निवासी जितेंद्र चौरसिया (32) सतना पदस्थ लोको पायलट की हत्या का खुलासा कटनी पुलिस ने किया है। लोको पायलट की लास्ट लोकेशन कटनी मिली थी। इसी आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुटी थी।
कटनी। छतरपुर जिले के गढ़ी मलेहरा निवासी जितेंद्र चौरसिया (32) सतना पदस्थ लोको पायलट की हत्या का खुलासा कटनी पुलिस ने किया है। लोको पायलट की लास्ट लोकेशन कटनी मिली थी। इसी आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुटी थी। उसकी हत्या उसके ही डॉक्टर दोस्त ने की थी। यह हत्या इसलिए की गई कि उसके आरोपी गढ़ी मलेहरा निवासी दोस्त धर्मेंद्र चौरसिया को अपनी डॉक्टरी की इंडियन मेडीकल काउंसिल की डिग्री के लिए करीब एक करोड़ रुपये की जरूरत थी।
इसी रकम को जुटाने के लिए उसने दोस्त की हत्या कर दी। इस हत्याकांड को इस तरह अंजाम देने की कोशिश की गई कि यह साधारण लूट की घटना लगे लेकिन योजना को कार्य रूप देते समय दोस्त समझ गया कि यह लूट की साजिश उसके दोस्त ने ही रची थी। इसके बाद दोस्त की हत्या कर दी गई।
मारने के बाद कटनी आया और पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने यहां पर मोबाइल चालू किया और स्टेशन क्षेत्र में मोबाइल को फेक दिया। ताकि पुलिस को इस संबंध में गुमराह किया जा सके। इसके बाद एसपी अभिजीत रंजन के निर्देशन में एएसपी संतोष डेहरिया, सीएसपी ख्याति मिश्रा के निर्देशन में कोतवाली थाना प्रभारी आशीष शर्मा, विजय गिरि,पुष्पराज सिंह, अरुण पाल सिंह, अजीत मिश्रा, अनिल सेंगर, साइबर सेल के प्रभारी रूपेंद्र राजपूत के साथ टीम बनाई गई। मामले की डायरी सतना भेजी जा रही है क्लो
कयोंकि को पायलट का अपहरण सतना से हुआ था।
हालांकि मामले में दोस्त ने कहा है कि यदि उसका दोस्त उसे रुपये दे भी देता तो भी उसकी हत्या की योजना पहले से ही तैयार कर ली गई थी। कटनी पुलिस मामले की जांच में इसलिए शामिल हुई की सतना के लोको पायलट की मोबाइल लोकेशन लास्ट कटनी बता रही थी। इसी आधार पर कटनी पुलिस मामले की खोजबीन में लगी थी। जब मृतक लोको पायलट का मित्र पुलिस को मिला तब चौंकाने वाली कहानी सामने आई। जानकारी के अनुसार छतरपुर जिले के गढ़ी मलेहरा निवासी जितेंद्र चौरसिया (32) सतना में लोको पायलट था और यहीं रहता था। विगत शनिवार की शाम वह गढ़ी मलेहरा निवासी दोस्त धर्मेंद्र चौरसिया सतना पहुंचा और लोको पायलट उसके साथ कटनी जाने की बात कहकर घर से निकला था।
रात को युवक वापस घर नहीं लौटा और न ही उसका फोन रिसीव हुआ। इसके चलते परिजन चिंता में रहे और रात तीन बजे के बाद उसे फोन बंद हो गया। दूसरे दिन परिजनों ने अपने कटनी के परिचितों से संपर्क किया और खुद भी कटनी पहुंच गए। उन्होंने लोको पायलट के दोस्त धर्मेंद्र से जानकारी ली तो उसने रात तीन बजे जितेंद्र को कटनी स्टेशन के बाहर छोडऩे की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। परिजनों को जितेंद्र की शहर के अस्पताल, होटल, लाज आदि में तलाश की और जब जानकारी नहीं लगी तो कोतवाली थाना पहुंचकर पुलिस को मामले की जानकारी दी। इस मामले में कोतवाली थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखी गई।
स्टेशन में अकेला दिखा तब हुई शक
मामले में जांच की गई तो पता लगा कि धर्मेंद्र ने उसे कटनी स्टेशन के बाहर छोडऩे को कहा था लेकिन रात को सीसीटीवी कैमरे में वह अकेला नजर आया। इसके चलते शंका के आधार पर पुलिस ने धर्मेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में युवक ने अपने लोको पायलट दोस्त की हत्या करना स्वीकार किया है और उसका शव पवई की चांदा घाटी में फेंकने की बात कही। इसके आधार पर मंगलवार को पवई पुलिस ने खोजबीन की तो युवक का शव घाटी में मिला है। इसको कब्जे में लेकर पुलिस ने उसे आगे की कार्रवाई के लिए पवई अस्पताल भेजा है।
डिग्री के लिए कम पड़ रहे थे रुपये
धर्मेंद्र ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि उसने रसिया में डॉक्टरी की पढ़ाई की है लेकिन रसिया में पढ़ाई इंडिया में मान्य नहीं है। इसके लिए इंडियन मेडीकल काउंसिल की परीक्षा भी पास करनी पड़ती है। इसके लिए उसे एक करोड़ रुपयों की जरूरत थी, इसलिए उसने यह योजना बनाई थी। इसके लिए उसने अपने रुपये वाले दोस्तों की सूची बनाई। इसमें लोको पायलट रुपये लूटने के लिए सही व्यक्ति लगा। इसके बाद उसने उसे लूटने की पूरी योजना तैयार की। इसके लिए उसने अपने क्लीनिक से जुड़े अपराधी किस्म के दो युवकों को तैयार किया और उन्हें पूरी योजना समझाई। कि जब वह और उसका दोस्त साथ में रहेंगे उसी समय यह उनने ऊपर कट्टा अड़ा लेंगे। इसके लिए वह लोको पायलट को लूट के लिए उचितसुरक्षित स्थान पर लेकर पहुंच जाएगा। सुरक्षित स्थान पर बिना परेशानी ले जाने के लिए उसने उसे किसी पेय मिलाकर दवा दे दी। इससे लोको पायलट बेहोश हो गया। योजनानुसार लुटेरों ने कट्टा अड़ा लेकिन होश में आने के बाद लोको पायलट पूरी कहानी समझ गया और उसने कहा कि तुम लुटेरों से मिले हुए हो तो धर्मेंद्र ने सारी सच्चाई बताते हुए दोस्त को गोली मार दी और उसे चांद घाटी से धक्का दे दिया। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उससे एक करोड़ रुपये ऐंठने के बाद भी उसे मार देते।