Katni news: कटनी नगर निगम में राजस्व वसूली पर सख्ती: निगमायुक्त ने दिए घर-घर दस्तक के निर्देश
निगमायुक्त ने अंत में कहा, “यह अभियान न सिर्फ वित्तीय मजबूती लाएगा, बल्कि शहर को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा
निगमायुक्त ने अंत में कहा, “यह अभियान न सिर्फ वित्तीय मजबूती लाएगा, बल्कि शहर को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा

कटनी, 13 अक्टूबर 2025 : मध्य प्रदेश के कटनी शहर में नगर विकास के लिए राजस्व वृद्धि को प्राथमिकता देते हुए निगमायुक्त सुश्री तपस्या परिहार ने सोमवार को राजस्व अमले की समीक्षा बैठक में कड़ा रुख अपनाया।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “राजस्व वसूली आपकी जिम्मेदारी है। इसे ईमानदारी से निभाएं, क्योंकि निगम की आय बढ़ने से ही सड़क, जलापूर्ति और अन्य विकास कार्य सुचारू रूप से हो सकेंगे।
” बैठक में बड़े-छोटे बकायादारों की सूची तैयार कर घर-घर जाकर वसूली करने, मासिक-साप्ताहिक-दैनिक टारगेट सेट करने और दिसंबर तक शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के निर्देश दिए गए।
निगमायुक्त ने वसूली अभियान को और प्रभावी बनाने पर जोर देते हुए कहा कि सभी बकायादारों के घर पहुंचकर व्यक्तिगत संपर्क स्थापित किया जाए और बकाया राशि तत्काल जमा कराई जाए।
“बार-बार नोटिस के बावजूद भुगतान न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई प्रस्तावित की जाए,” उन्होंने चेतावनी दी। लापरवाही बर्दाश्त न करने का ऐलान करते हुए सुश्री परिहार ने कहा कि लक्ष्य से चूकने वाले अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।
इसके अलावा, राजस्व अमले के साथ-साथ निगम की अन्य शाखाओं के अधिकारियों को भी वसूली में ड्यूटी लगाई जाएगी। वार्डवार प्रचार-प्रसार और टाइमलाइन तय करने के आदेश दिए गए, ताकि अभियान जन-जन तक पहुंचे।बैठक की शुरुआत में निगमायुक्त ने उपस्थित अधिकारियों-कर्मचारियों से परिचय लिया और वसूली बढ़ाने के सुझाव मांगे।
उन्होंने निगम की वर्तमान कुल डिमांड, वसूली प्रक्रिया, बिल जनरेशन, ई-नगरपालिका पोर्टल की सुविधाएं, कर निर्धारण का तरीका, टैक्स गणना और संलग्न कर्मचारियों की संख्या जैसी विस्तृत जानकारी ली।
शासकीय संपत्तियों का विवरण प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। वसूली के दौरान आने वाली चुनौतियों को सुनते हुए उनका तत्काल निराकरण सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया गया।
कटनी जैसे विकासशील शहर में राजस्व वसूली की समस्या आम है, जहां बकाया करों का बोझ विकास योजनाओं को प्रभावित करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह अभियान यदि सफल रहा, तो निगम की आय में 20-30 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है, जिससे नागरिक सुविधाएं मजबूत होंगी।
नागरिकों से अपील की गई है कि वे स्वेच्छा से बकाया जमा करें, अन्यथा कार्रवाई अपरिहार्य होगी।बैठक में उपायुक्त शैलेश गुप्ता, राजस्व अधिकारी जागेश्वर प्रसाद पाठक, सहायक राजस्व अधिकारी सागर नायक के साथ सभी राजस्व निरीक्षक, उपनिरीक्षक और जलप्रदाय वसूलीकर्ता उपस्थित रहे।
निगमायुक्त ने अंत में कहा, “यह अभियान न सिर्फ वित्तीय मजबूती लाएगा, बल्कि शहर को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
