कटनी रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट: आयुक्त परिहार ने लिया गुणवत्ता का जायजा, ठेकेदार को नोटिस और दिसंबर तक काम पूरा करने का अल्टीमेटम, आज के समाचार ,katnicity.com की खबर का असर ,निगम आयुक्त पहुंची कटनी रिवर फ्रंट
निगम की इस सक्रियता से स्थानीय निवासियों में उत्साह है
निगम की इस सक्रियता से स्थानीय निवासियों में उत्साह है


कटनी, 17 अक्टूबर 2025: अमृत योजना के तहत 6 करोड़ रुपये की लागत से विकसित हो रहे कटनी रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट में गुणवत्ता पर सख्ती बरतते हुए निगम आयुक्त तपस्या परिहार ने शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया।
पिचिंग और ग्रीनरी कार्यों की खराब गुणवत्ता पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने ठेकेदार को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही, सभी लंबित कार्यों को दिसंबर तक उच्च मानकों के साथ पूरा करने का सख्त आदेश दिया।
यह निरीक्षण शहर की सौंदर्यीकरण और नागरिक सुविधाओं को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।निरीक्षण के दौरान सहायक यंत्री सुनील सिंह, असित खरे, राजस्व अधिकारी जागेश्वर प्रसाद पाठक, स्वास्थ्य अधिकारी संजय सोनी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
आयुक्त ने प्रोजेक्ट रिपोर्ट, ड्राइंग डिजाइन और स्थल पर चल रहे कार्यों—जैसे नाली, रैंप, पेवर ब्लॉक फ्लोरिंग, वॉल निर्माण, पाथवे, लाइटिंग, ड्रेन और ग्रीनरी—का बारीकी से अवलोकन किया।
घाट और पाथवे कार्यों में गुणवत्ता पर जोरआयुक्त परिहार ने सबसे पहले श्री राम जानकी मंदिर क्षेत्र में चल रहे कार्यों का जायजा लिया। सुगम आवागमन सुनिश्चित करने के लिए बाउंड्री वॉल और सीढ़ी निर्माण पर नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए।
दीपदान महोत्सव को ध्यान में रखते हुए कटाए घाट की सीढ़ियों पर कवरिंग कार्य को गुणवत्तापूर्ण तरीके से जल्द पूरा करने का आदेश दिया।नदी किनारे 500 मीटर लंबे पाथवे और पिचिंग कार्य का पैदल निरीक्षण करते हुए आयुक्त ने निर्माण संबंधी चुनौतियों का समाधान कराने और कार्य को त्वरित गति देने के निर्देश दिए।
हालांकि, पिचिंग में पत्थरों का आकार मानक से छोटा होना, उनके बीच गैप और समग्र गुणवत्ता की कमी पर गहन नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने निर्माण एजेंसी को तत्काल नोटिस जारी करने की हिदायत दी। पेवर ब्लॉक फ्लोरिंग को एक सप्ताह में पूरा करने का भी अल्टीमेटम दिया।
ग्रीन एरिया को दें प्राकृतिक रूपनदी तट पर विकसित ग्रीन एरिया के निरीक्षण में स्थल की असमानता और घास की अनियमित बुवाई पर असंतोष जाहिर किया।
आयुक्त ने पेड़ों के चारों ओर सीमेंट की पट्टी के बजाय सुंदर फूलों की क्यारियां लगाने का सुझाव दिया, ताकि प्राकृतिक सौंदर्य बढ़े। साथ ही, सिंचाई के लिए स्प्रिंकलर सिस्टम स्थापित करने के निर्देश दिए, जिससे ग्रीनरी की देखभाल सुनिश्चित हो।
मेला और पटाखा बाजार की तैयारियां तेजकार्तिक पूर्णिमा के ऐतिहासिक मेले को चाक-चौबंद बनाने के लिए आयुक्त ने मेला परिसर का दौरा किया।
स्टेज, पंडाल, कार्यक्रम स्थलों और दुकानों का निरीक्षण करते हुए निर्माण सामग्री को हटाने और तैयारियां शुरू करने के आदेश दिए।निरीक्षण के अंत में द्वारका सिटी के पीछे पटाखा बाजार की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
फायर ब्रिगेड और सुरक्षा इंतजामों को मजबूत रखने पर जोर दिया। राजस्व अधिकारी जागेश्वर पाठक के अनुसार, इस वर्ष द्वारका सिटी में 59, माधवनगर में 31 और एनकेजे में 23 दुकानें लगेंगी—कुल 113।
प्रति दुकान 560 रुपये प्रतिदिन का किराया वसूला जा रहा है। स्थानीय व्यापारियों ने निगम की व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए आयुक्त को धन्यवाद दिया।
निगम आयुक्त तपस्या परिहार ने कहा, “रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट शहरवासियों के लिए एक नया मनोरंजन केंद्र बनेगा। गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं होगा। दिसंबर तक सभी कार्य पूर्ण होंगे, ताकि नागरिक इसका भरपूर लाभ उठा सकें।
“यह प्रोजेक्ट न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगा, बल्कि पर्यटन को भी मजबूत करेगा। निगम की इस सक्रियता से स्थानीय निवासियों में उत्साह है।
