google1b86b3abb3c98565.html

Katni crime : कटनी सनसनी: टेलीग्राम हवाला से 88 लाख की साइबर लूट, सराफा व्यापारी-बैंक एजेंट दबोचे; सोने का काला खेल उजागर, दिल्ली ब्रांच की एंट्री

0

कटनी | 3 नवंबर 2025
कटनी के चमचमाते सराफा बाजार के पीछे साइबर ठगों का अंतरराष्ट्रीय जाल छिपा था—जिसका पर्दाफाश थाना कोतवाली पुलिस ने कर दिया। लाखों रुपये की धोखाधड़ी के दो प्रमुख आरोपी—सराफा व्यवसायी रवि पाहूजा और फिनो बैंक के पूर्व डिस्ट्रीब्यूटर रवि रावलानी—गिरफ्त में हैं। टेलीग्राम पर हवाला पैसे को सोने के बहाने क्रिप्टो (USDT) में बदलने की साजिश में स्थानीय ज्वेलर्स के खाते फंसाए गए। पुलिस ने FIR दर्ज कर रिमांड ले ली है, जबकि तकनीकी टीम फर्जी खातों और डार्क वेब कनेक्शनों की पड़ताल तेज कर रही है। एसपी कटनी ने बताया कि “यह सिर्फ शुरुआत है, पूरा गैंग जल्द जाल में फंसेगा।”

कटनी सनसनी: टेलीग्राम हवाला से 88 लाख की साइबर लूट, सराफा व्यापारी-बैंक एजेंट दबोचे; सोने का काला खेल उजागर, दिल्ली ब्रांच की एंट्री


कटनी | 3 नवंबर 2025
कटनी के चमचमाते सराफा बाजार के पीछे साइबर ठगों का अंतरराष्ट्रीय जाल छिपा था—जिसका पर्दाफाश थाना कोतवाली पुलिस ने कर दिया। लाखों रुपये की धोखाधड़ी के दो प्रमुख आरोपी—सराफा व्यवसायी रवि पाहूजा और फिनो बैंक के पूर्व डिस्ट्रीब्यूटर रवि रावलानी—गिरफ्त में हैं। टेलीग्राम पर हवाला पैसे को सोने के बहाने क्रिप्टो (USDT) में बदलने की साजिश में स्थानीय ज्वेलर्स के खाते फंसाए गए। पुलिस ने FIR दर्ज कर रिमांड ले ली है, जबकि तकनीकी टीम फर्जी खातों और डार्क वेब कनेक्शनों की पड़ताल तेज कर रही है। एसपी कटनी ने बताया कि “यह सिर्फ शुरुआत है, पूरा गैंग जल्द जाल में फंसेगा।”
छोटी शिकायत से खुला बड़ा राज: 4 लाख होल्ड से 88 लाख का घोटाला
सब कुछ शुरू हुआ सराफा बाजार के दिग्गज व्यापारी अरूण कुमार गोयनका (63 वर्ष) की एक साधारण शिकायत से। उन्होंने पुलिस अधीक्षक कटनी को बताया कि AU बैंक (बरगवां ब्रांच) के उनके खाते में अचानक 4 लाख रुपये होल्ड हो गए, जिससे दैनिक व्यवसाय ठप हो गया। साइबर सेल की फुर्तीली जांच ने जैसे बम फोड़ा—होल्ड का कनेक्शन फिनो बैंक के रितिक कुमार पटेल (ग्राम बरही, पोस्ट पिपरिया शुक्ल, तहसील ढीमरखेड़ा) के खाते से जुड़ा था।
गोयनका से गहन पूछताछ में खुलासा हुआ कि 18 सितंबर 2025 को माधवनगर के संगीता ज्वेलर्स संचालक रवि पाहूजा ने रितिक के नाम पर 457.06 ग्राम शुद्ध सोना (मूल्य 51 लाख 80 हजार 800 रुपये) लिया। तीनों बिल रितिक के नाम थे, लेकिन जब पुलिस ने रितिक से संपर्क किया, तो उसने कबूल किया: “मुझे इसकी भनक तक नहीं—मेरा खाता किसी और के कब्जे में था!” यह साफ था: आम नागरिकों के खाते दुरुपयोग का केंद्र बने थे।
हवाला का डिजिटल जाल: 88 लाख से USDT तक का सफर
पूछताछ में रवि पाहूजा ने सारा काला खेल कबूल कर लिया। उनका ‘ग्राहक’ रवि रावलानी—जो फिनो बैंक का डिस्ट्रीब्यूटर रह चुका था और माधवनगर ग्राम पंचायत के पास कियोस्क चलाता था (पिछले 6 माह से बंद)—टेलीग्राम पर एक अनाम व्यक्ति से जुड़ा। उस व्यक्ति ने फिनो बैंक के मर्चेंट खातों में कुल 88 लाख रुपये (10 लाख + 39 लाख + 39 लाख) ट्रांसफर किए। ये खाते थे:

कुलदीप मलिक (तिलक कॉलेज के पास, कटनी),
संजय कुमार (ढीमरखेड़ा),
रितिक पटेल (ढीमरखेड़ा)।

लेकिन हकीकत? रवि रावलानी ही इन सबका ‘मास्टर की’ था—खाते खुलवाकर नियंत्रण हथिया लिया था। पाहूजा के बयान से: “पैसे भेजने वाले ने कहा, ‘कैश में बदलो, USDT (क्रिप्टोकरेंसी) में कन्वर्ट कर लौटा दो—6% कमीशन तुम्हारा।’ रावलानी ने मुझे शामिल किया। मैंने प्लान सुझाया: पैसे गोयनका ज्वेलर्स के खाते में डालो, सोना खरीदो, बाजार में बेचो, नगद लो और USDT बना दो। कमीशन बंटा—मुझे 3%, सोना खरीदने वाले को 0.5%।”
सोने की खरीद-बिक्री का टाइमलाइन:
तारीखघटना
18 सितंबर 2025सौदा तय; रितिक के नाम पर बिल जारी।19 सितंबर 2025आधा सोना (∼26 लाख) गोयनका ज्वेलर्स से खरीदा; सांई आर्नामेंट ज्वेलरी में बेचा, नगद लिया।
23 सितंबर 2025बाकी सोना खरीदा; सांई आर्नामेंट और लालचंद भीखचंद ज्वेलरी में बेचा।
कमीशन काटकर बची रकम USDT में बदलकर मूल खाते में भेज दी गई। रावलानी ने भी यही कबूल किया, लेकिन ‘मास्टरमाइंड’ की पहचान छिपाई। पुलिस अब टेलीग्राम चैट्स और वॉलेट ट्रांजेक्शन ट्रैक कर रही है।
पुलिस की चौकड़ी: गिरफ्तारी से गैंग ब्रेकअप तक
अरूण गोयनका की शिकायत पर थाना कोतवाली में अपराध क्र. 919/2025 धारा 318(4), 319(2), 316(2) BNS के तहत FIR दर्ज हुई। दोनों आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं—रिमांड में सघन पूछताछ जारी। तकनीकी टीम फर्जी खातों, USDT वॉलेट्स और टेलीग्राम आईडी की डिजिटल फॉरेंसिक कर रही है।
एसपी कटनी ने विशेष संवाददाता से कहा: “यह अंतरराज्यीय साइबर सिंडिकेट का टिप है। कटनी से जुड़े 12 शहरों में इसी तरह की ठगी हो चुकी है। दिल्ली क्राइम ब्रांच के साथ कोऑर्डिनेशन में पूरा नेटवर्क तोड़ेंगे। पीड़ितों को फुल रिकवरी का भरोसा दें—हम 24×7 अलर्ट मोड में हैं।”
जागरूकता की पुकार: साइबर जाल से बचें
यह घटना साइबर अपराधों की भयावहता उजागर करती है—जहां सोशल मीडिया और बैंकिंग सिस्टम हथियार बन जाते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि हवाला-क्रिप्टो कन्वर्शन के ऐसे केस 2025 में 40% बढ़े हैं। पुलिस की अपील:

बैंक खाते खुद संभालें, किसी को सौंपें नहीं।
संदिग्ध ट्रांजेक्शन पर तुरंत 1930 हेल्पलाइन डायल करें।
टेलीग्राम जैसे ऐप्स पर ‘आसान कमाई’ के लालच से बचें।

कटनी पुलिस ने सराफा एसोसिएशन के साथ जागरूकता वर्कशॉप की घोषणा की। जांच में नए मोड़ आने पर अपडेट्स बने रहेंगे—क्या यह दिल्ली तक फैला गैंग कटनी से ही ढह जाएगा? नजर बनी हुई है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed