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अर्चना तिवारी लापता केस में नया मोड़

अर्चना तिवारी लापता केस में नया मोड़

संदेह के घेरे में आरक्षक राम तोमर

कटनी: पुलिस आरक्षक राम तोमर पर गहराया शकमध्य प्रदेश के कटनी जिले में बहुचर्चित अर्चना तिवारी लापता केस ने अब नया और सनसनीखेज मोड़ ले लिया है। जांच में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि अर्चना तिवारी का ट्रेन टिकट ग्वालियर के भंवरपुर थाने में पदस्थ पुलिस आरक्षक राम तोमर ने बुक किया था। इस रहस्योद्घाटन ने पूरे मामले को पुलिस विभाग तक पहुंचा दिया है।संदेह के घेरे में आरक्षक राम तोमरपुलिस ने राम तोमर को हिरासत में लिया है और उससे सख्ती से पूछताछ की जा रही है।सूत्रों के मुताबिक, अर्चना के लापता होने से पहले वह राम तोमर के संपर्क में थी।आशंका जताई जा रही है कि अर्चना की गुमशुदगी की कड़ी राम तोमर से जुड़ी हो सकती है।घटना का सिलसिला7 अगस्त 2025 को अर्चना तिवारी इंदौर से अपने गृहनगर कटनी लौट रही थीं।वह नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन के बी-3 कोच में सवार थीं।उनकी आखिरी लोकेशन नर्मदापुरम रेलवे ब्रिज के पास ट्रेस हुई, जिसके बाद उनका मोबाइल बंद हो गया और कोई सुराग नहीं मिला।कटनी स्टेशन पर उनके परिजनों को उनका बैग मिला, जिसमें राखी, रुमाल, बच्चों के लिए गिफ्ट्स और खाना था, लेकिन अर्चना का कोई पता नहीं चला।परिजनों की मांग और आशंकाअर्चना के परिवार ने इसे सामान्य गुमशुदगी नहीं, बल्कि सुनियोजित साजिश और संभावित मानव तस्करी का मामला बताया है।अर्चना के बड़े पिता प्रकाश तिवारी बाबू और चाचा राजू तिवारी ने सीबीआई जांच की मांग की है।परिवार ने अर्चना की सकुशल वापसी के लिए घर पर महामृत्युंजय जाप शुरू किया है, जो तीन दिनों तक 24 घंटे चलेगा।पुलिस की कार्रवाईजीआरपी (रेलवे पुलिस) और मध्य प्रदेश पुलिस की छह विशेष टीमें अर्चना की तलाश में जुटी हैं।जांच का दायरा भोपाल, इटारसी, जबलपुर, कटनी, दिल्ली, मुंबई और नागपुर तक बढ़ाया गया है।सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स, और साइबर सेल की मदद से अर्चना के डिजिटल फुटप्रिंट्स खंगाले जा रहे हैं।जीआरपी ने बताया कि अर्चना को आखिरी बार इटारसी रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में देखा गया था।सवाल जो अब भी अनुत्तरितक्या अर्चना तिवारी किसी सुनियोजित साजिश का शिकार हुई हैं?क्या राम तोमर की गिरफ्तारी से इस रहस्यमयी गुमशुदगी का राज खुलेगा?क्या यह मामला मानव तस्करी से जुड़ा है, जैसा कि परिवार का दावा है?व्यापक तलाशी अभियानपुलिस ने देशभर के रेलवे स्टेशनों, बस डिपो और ट्रैवल एजेंसियों को अलर्ट जारी किया है।कटनी यूथ कांग्रेस ने अर्चना की जानकारी देने वाले के लिए 51,000 रुपये के नकद इनाम की घोषणा की है।होमगार्ड और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) नर्मदा नदी के आसपास तलाशी में जुटे हैं।परिवार का दर्दअर्चना के भाई अभिषेक तिवारी ने कहा, “वह कड़ी मेहनत करके जज बनने की तैयारी कर रही थी। हमारी राखी की खुशियां अधूरी रह गईं।” परिवार का कहना है कि वे तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जब तक अर्चना सुरक्षित घर न लौट आए।यह मामला अब पुलिस आरक्षक राम तोमर की भूमिका पर आकर टिक गया है। जांच के नतीजे क्या होंगे, यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन अर्चना तिवारी की गुमशुदगी ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है। क्या यह एक सामान्य गुमशुदगी है, या इसके पीछे कोई गहरी साजिश? सवाल अनगिनत हैं, और जवाब की तलाश जारी है।

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