Peris olympic 2024 : 22 साल के छोरे ने पीछे छोड़ा 187 देश की ओलंपिक कमेटियों को
peris olympic : पेरिस ओलंपिक में एक 22 साल की छोरे ने कमाल दिखाया है। यह छोरा कई ओलंपिक कमेटियों पर भारी पड़ गया है। यही इस ओलंपिक का सबसे सफल खिलाड़ी रहा।
peris olympic : पेरिस ओलंपिक में एक 22 साल की छोरे ने कमाल दिखाया है। यह छोरा कई ओलंपिक कमेटियों पर भारी पड़ गया है। यही इस ओलंपिक का सबसे सफल खिलाड़ी रहा। इस खिलाड़ी ने 187 देशों और ओलंपिक कमेटी से ज्यादा गोल्ड मेडल जीते। व्यक्तिगत सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल जीतने के मामले में फ्रांस का एक खिलाड़ी सबसे आगे रहा। इस खिलाड़ी ने 187 देशों और ओलंपिक कमेटी से ज्यादा मेडल जीते। यह हैंफ्रांस के तैराक लियोन माशॉन पेरिस ओलंपिक 2024 के सबसे सफल खिलाड़ी रहे।पेरिस ओलंपिक में 206 देश और ओलंपिक कमेटी के खिलाड़ी इस इवेंट में हिस्सा लेने पहुंचे।
206 देशों ने लिया भाग
ओलंपिक दुनिया में सबसे बड़े स्तर पर होने वाला स्पोट्र्स इवेंट है। इन खेलों में दुनिया के कई बड़े देश हिस्सा लेते हैं। इस बार भी 206 देश और ओलंपिक कमेटी ने इस खेलों में मेडल जीतने के लिए जोर आजमाइश की।
63 देशों ने जीता गोल्ड मेडल
इस बार ओलंपिक में कुल 63 देश की गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब हुए। चीन और अमेरिका इस लिस्ट में सबसे आगे हैं। इस बार भारत की तरफ से 117 एथलीट्स ने भाग लिया था और हमारा दल कुल 6 मेडल ही जीतने में कामयाब रहा।
बाबा बोमन से ली ट्रेनिंग
ओलंपिक के जाने माने तैराक माइकल फेल्प्स के पूर्व कोच बॉब बोमन से ट्रेनिंग लेने वाले लियोन माशॉन ने कुल 4 गोल्ड मेडल अपने नाम किए। पेरिस ओलंपिक में 19 देशों ने ही 4 या उससे ज्यादा गोल्ड मेडल जीते हैं। ऐसे में लियोन माशॉन ने गोल्ड मेडल जीतने के मामले में 187 देशों और ओलंपिक कमेटी को पीछे छोड़ा। इसमें भारत और पाकिस्तान जैसे बड़े देशों का भी नाम शामिल है। पेरिस ओलंपिक में सबसे ज्यादा मेडल जीतने के मामले में कई एथलीट हैं। इसमें यूएसए के टोरी हुस्के, सिमोन बाइल्स और गैबी थॉमस, ऑस्ट्रेलिया की मोली ओज्कैलाघन का नाम शामिल है। ये एथलीट्स 3-3 गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब रहे। एक ओलंपिक में सबसे ज्यादा व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जीतने का रिकॉर्ड माइकल फेल्प्स के नाम पर है। उन्होंने 2008 के ओलंपिक में इतिहास रचते हुए कुल 8 गोल्ड मेडल जीते थे। 1976 के बाद ओलंपिक में पहली बार हुआ ऐसा लियोन माशॉन के लिए 31 जुलाई का दिन काफी यादगार रहा था। उन्होंने 200 मीटर बटरफ्लाई में और 200 ब्रेस्टस्ट्रोक में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। 1976 के बाद पहली बार किसी तैराक ने ओलंपिक खेलों में एक ही दिन में दो गोल्ड मेडल अपने नाम किए। वह तैराकी में तीन या उससे ज्यादा गोल्ड मेडल जीतने वाले भी फ्रांस के पहले खिलाड़ी हैं।