प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव: मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव ने दद्दा धाम में की भव्य भागीदारी, आध्यात्मिक समारोह में छाई रही धार्मिक ऊर्जा
आने वाले दिनों में दद्दा धाम पर्यटन और आध्यात्मिक सर्किट का प्रमुख केंद्र बन सकता है, जो मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को नई पहचान देगा
आने वाले दिनों में दद्दा धाम पर्यटन और आध्यात्मिक सर्किट का प्रमुख केंद्र बन सकता है, जो मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को नई पहचान देगा








कटनी, 12 नवंबर 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज ‘प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव’ के पावन अवसर पर कटनी के प्रसिद्ध दद्दा धाम में शिरकत की।
इस भव्य समारोह ने आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक वैभव का अनुपम संगम रचा, जहां हजारों भक्तों की उपस्थिति ने वातावरण को दिव्य ऊर्जा से भर दिया।
सीएम की मौजूदगी ने आयोजन की गरिमा को चार चांद लगा दिए।समारोह की शुरुआत में डॉ. यादव ने पूज्य गुरुदेव दद्दा जी की पावन समाधि स्थल पर पहुंचकर भावभीनी पुष्पांजलि अर्पित की।
उन्होंने दद्दा जी के आशीर्वाद को ग्रहण करते हुए कहा कि यह धाम न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि समाज को एकजुट करने वाली शक्ति का प्रतीक भी है।
इसके बाद, विग्रह में विराजमान दद्दा जी की प्रतिमा पर उन्होंने श्रद्धासुमन समर्पित किए, जो समस्त उपस्थितजनों के लिए प्रेरणादायी क्षण साबित हुआ।इस अवसर पर खजुराहो से सांसद विष्णुदत्त शर्मा सहित स्थानीय विधायक, जनप्रतिनिधि और प्रमुख समाजसेवी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
समारोह की सारी व्यवस्था और स्वागत का दायित्व पूर्व मंत्री व स्थानीय विधायक संजय सत्येंद्र पाठक ने संभाला। उन्होंने मुख्यमंत्री का हार्दिक स्वागत किया और दद्दा धाम के गहन आध्यात्मिक आयामों—जैसे ध्यान, सेवा और सामाजिक सद्भाव—से उन्हें विस्तार से अवगत कराया।
पाठक ने बताया, “दद्दा धाम की यह प्राण प्रतिष्ठा नई ऊर्जा का संचार करेगी, जो राज्य के विकास और आध्यात्मिक उन्नति में मील का पत्थर साबित होगी।
“दद्दा धाम, जो गुरुदेव दद्दा जी की साधना स्थली के रूप में विख्यात है, इस महोत्सव के माध्यम से देशभर से श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है।
आयोजकों के अनुसार, समारोह में पारंपरिक भजन-कीर्तन, पूजा-अर्चना और सामूहिक भंडारे का आयोजन किया गया, जो स्थानीय समुदाय की एकता को मजबूत करने में सहायक सिद्ध हुआ।
मुख्यमंत्री ने समापन पर सभी उपस्थितों को आशीर्वाद देते हुए राज्य सरकार की योजनाओं के तहत धार्मिक स्थलों के संरक्षण और विकास पर जोर दिया।
यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्व का है, बल्कि सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देने वाला भी।
आने वाले दिनों में दद्दा धाम पर्यटन और आध्यात्मिक सर्किट का प्रमुख केंद्र बन सकता है, जो मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को नई पहचान देगा।
