Katni: अर्चना तिवारी के लापता होने का रहस्य चौथे दिन भी अनसुलझा, पुलिस जांच में तेजी
कटनी: मध्य प्रदेश के इंदौर से कटनी लौट रही 26 वर्षीय अर्चना तिवारी के रहस्यमय ढंग से लापता होने की गुत्थी चौथे दिन भी अनसुलझी बनी हुई है। 7 अगस्त को इंदौर से अपने गृहनगर कटनी के लिए रवाना हुईं अर्चना का अब तक कोई सुराग नहीं मिला। उनका मोबाइल फोन स्विच ऑफ है, और अंतिम लोकेशन नर्मदा ब्रिज के पास दर्ज की गई थी। इस मामले ने न केवल पुलिस और परिजनों, बल्कि पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है।

कटनी: मध्य प्रदेश के इंदौर से कटनी लौट रही 26 वर्षीय अर्चना तिवारी के रहस्यमय ढंग से लापता होने की गुत्थी चौथे दिन भी अनसुलझी बनी हुई है। 7 अगस्त को इंदौर से अपने गृहनगर कटनी के लिए रवाना हुईं अर्चना का अब तक कोई सुराग नहीं मिला। उनका मोबाइल फोन स्विच ऑफ है, और अंतिम लोकेशन नर्मदा ब्रिज के पास दर्ज की गई थी। इस मामले ने न केवल पुलिस और परिजनों, बल्कि पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है।
घटना का विवरण
कटनी की रहने वाली अर्चना तिवारी इंदौर में एक अकादमी में सिविल जज बनने की तैयारी कर रही थीं। 7 अगस्त की सुबह वह इंदौर-बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 18233) के बी-3 कोच की सीट नंबर 3 पर सवार हुईं। ट्रेन समय पर रवाना हुई, लेकिन सफर के दौरान उनका मोबाइल फोन अचानक बंद हो गया। तकनीकी जांच में उनका अंतिम लोकेशन नर्मदा ब्रिज के पास मिला, जिसके बाद उनका कोई पता नहीं चला।
परिजनों का दर्द और अपील
अर्चना के लापता होने की खबर ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। परिजनों ने इंदौर और कटनी के जीआरपी थानों के साथ-साथ स्थानीय पुलिस स्टेशनों में शिकायत दर्ज कराई है। अर्चना के रिश्तेदारों और दोस्तों ने सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीर और जानकारी साझा कर लोगों से मदद की गुहार लगाई है। परिजनों ने बताया “वह एक जिम्मेदार और मेहनती लड़की है। उसका इस तरह अचानक गायब होना समझ से परे है। हम बस उसकी सलामती की कामना कर रहे हैं।”
पुलिस की जांच में नए आयाम
जीआरपी और स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच को और तेज कर दिया है। जांच में शामिल प्रमुख कदम निम्नलिखित हैं:
सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच: ट्रेन, रेलवे स्टेशनों, और नर्मदा ब्रिज के आसपास के सीसीटीवी फुटेज को बारीकी से खंगाला जा रहा है।
सहयात्रियों से पूछताछ: नर्मदा एक्सप्रेस के बी-3 कोच के यात्रियों और टिकट निरीक्षक से गहन पूछताछ की जा रही है।
तकनीकी विश्लेषण: अर्चना के मोबाइल की कॉल डिटेल्स, लोकेशन डेटा, और सोशल मीडिया गतिविधियों का गहन अध्ययन किया जा रहा है।
परिचितों और सहपाठियों से संपर्क: इंदौर में अर्चना के दोस्तों, कोचिंग सहपाठियों, और परिचितों से पूछताछ कर उनके अंतिम दिनों की गतिविधियों का पता लगाया जा रहा है।
साइबर और फॉरेंसिक जांच: पुलिस ने साइबर विशेषज्ञों की मदद से अर्चना के डिजिटल फुटप्रिंट्स का विश्लेषण शुरू किया है।
अनसुलझे सवाल और गहराता रहस्य
पुलिस सभी संभावित पहलुओं पर गौर कर रही है, लेकिन कई सवाल अब भी अनुत्तरित हैं:
क्या अर्चना की गुमशुदगी के पीछे कोई सुनियोजित साजिश है?
क्या सफर के दौरान किसी ने उन्हें जबरन ट्रेन से उतारा?
क्या अर्चना ने किसी व्यक्तिगत कारण से ट्रेन छोड़ी, और उसके बाद उनका पता नहीं चला?
क्या नर्मदा ब्रिज के पास कोई घटना हुई, जिसके बाद उनका मोबाइल बंद हो गया?
चार दिन बीत जाने के बावजूद कोई ठोस सुराग न मिलने से यह मामला और रहस्यमय हो गया है। इंदौर जीआरपी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हम हर संभावना पर काम कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले में कोई महत्वपूर्ण सुराग मिलेगा।”
सामाजिक जागरूकता और जनता से अपील
पुलिस और अर्चना के परिजनों ने जनता से अपील की है कि यदि किसी को अर्चना के बारे में कोई जानकारी मिले, तो वह तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन, जीआरपी हेल्पलाइन या पुलिस कंट्रोल रूम पर संपर्क करे।
गंभीर चिंता का विषय
अर्चना तिवारी का लापता होना न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। इस मामले ने रेल यात्रा की सुरक्षा और युवा महिलाओं की सलामती जैसे मुद्दों को फिर से चर्चा में ला दिया है। पुलिस और प्रशासन से उम्मीद है कि वह इस गुत्थी को जल्द से जल्द सुलझाएंगे, ताकि अर्चना अपने परिवार के पास सुरक्षित लौट सकें।
