सिवनी हवाला लूट कांड की लहर पहुंची कटनी: आईजी प्रमोद वर्मा ने चार पुलिसकर्मियों को किया जिले से बाहरसट्टेबाजों से कथित नजदीकी पर सवाल
यह मामला न केवल स्थानीय पुलिस की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करता है, बल्कि हवाला और सट्टेबाजी जैसे अपराधों से जुड़े बड़े नेटवर्क की ओर इशारा भी करता है
यह मामला न केवल स्थानीय पुलिस की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करता है, बल्कि हवाला और सट्टेबाजी जैसे अपराधों से जुड़े बड़े नेटवर्क की ओर इशारा भी करता है

कटनी, 13 अक्टूबर 2025: मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में हाल ही में सामने आए हवाला लूट कांड की आंच अब पड़ोसी कटनी जिले तक फैल गई है।
जबलपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) प्रमोद वर्मा ने विभागीय अनुशासन को कायम रखने के लिए कटनी के चार पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से जिले से बाहर स्थानांतरित कर दिया।
यह कार्रवाई सिवनी मामले के बाद बढ़ी निगरानी का हिस्सा बताई जा रही है, जहां पुलिस पर 1.45 करोड़ रुपये की हवाला राशि लूटी जाने के गंभीर आरोप लगे थे।
तबादला सूची में विजयराघवगढ़ थाने के आरक्षक रविंद्र दुबे, स्लीमनाबाद थाने के आरक्षक अंकित उइके, शिव पटेल और साइबर सेल के हेड कांस्टेबल प्रशांत विश्वकर्मा के नाम शामिल हैं। इनमें से दुबे को छिंदवाड़ा, उइके को पांढुर्णा, पटेल को सिवनी और विश्वकर्मा को नरसिंहपुर भेजा गया है।
आईजी कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार, सभी को 24 घंटे के अंदर नए स्थान पर जाकर कार्यभार संभालने का निर्देश दिया गया है।
विभागीय साख पर सवाल, आंतरिक जांच तेज
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, यह तबादला पुलिस विभाग की साख को धूमिल होने से बचाने के उद्देश्य से किया गया है। इन पुलिसकर्मियों की गतिविधियां पिछले कुछ महीनों से विभागीय निगरानी के दायरे में थीं।
खासकर, उनके ऑनलाइन क्रिकेट सटोरियों से कथित संपर्क को लेकर चर्चाएं तेज हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “सिवनी कांड के बाद रेंज स्तर पर समीक्षा तेज हो गई है। अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
“गौरतलब है कि सिवनी मामले में 10 अक्टूबर को बंडोल थाने के टीआई समेत नौ पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था। इसमें एसडीओपी पूजा पांडे को भी शामिल किया गया, जब हवाला कारोबारियों के वाहन से बरामद 1.45 करोड़ रुपये की रकम में कथित हेराफेरी पाई गई।
कुछ रिपोर्ट्स में इस राशि को 3 करोड़ तक बताई गई है, जो कटनी से महाराष्ट्र जालना ले जाए जा रही थी। इस घटना ने पूरे जबलपुर रेंज में हड़कंप मचा दिया, जिसके बाद सिवनी एसपी सुनील मेहता ने भी स्थानीय स्तर पर बड़े फेरबदल किए।
कटनी में और कार्रवाई की संभावना, सट्टा नेटवर्क पर नजर
कटनी जिले में यह पहली बड़ी कार्रवाई नहीं है। सूत्र बताते हैं कि आने वाले दिनों में कुछ अन्य पुलिसकर्मियों पर भी विभागीय जांच का शिकंजा कसा जा सकता है। स्थानीय स्तर पर क्रिकेट सट्टे के नेटवर्क से जुड़े तत्वों से कुछ पुलिसकर्मियों की नजदीकी की अफवाहें लंबे समय से हैं।
एक सूत्र ने कहा कि माहिर माने जाने वाले कुछ लोग अभी बचे हैं, लेकिन उनकी भी फाइलें खुली हुई हैं। इनकी विदाई से सट्टेबाजों का खेल प्रभावित हो सकता है।”यह घटनाक्रम पुलिस महकमे में सतर्कता बढ़ा रहा है।
आईजी वर्मा ने रेंज के सभी जिलों में आंतरिक जांच समितियों को सक्रिय करने के निर्देश दिए हैं, ताकि ऐसी अनियमितताओं पर लगाम लगाई जा सके।
कटनी एसपी ने भी कहा है कि विभाग पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
यह मामला न केवल स्थानीय पुलिस की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करता है, बल्कि हवाला और सट्टेबाजी जैसे अपराधों से जुड़े बड़े नेटवर्क की ओर इशारा भी करता है। आने वाले दिनों में जांच के नए खुलासे उम्मीद किए जा रहे हैं।
