Katni railway news: मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरे रास्ते से लौटाई गई गोंडवाना व सिंगरौली निजामुद्दीन व अन्य ट्रेन
कटनी। कटनी बीना रेलखंड में असलाना के पास ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतर गए। इससे दर्जनों ट्रेनों व मालगाडिय़ों का परिचालन प्रभावित हो गया। इस घटना के बाद करीब 12 यात्री ट्रेन और 6 से अधिक मालगाडिय़ों के परिचालन पर प्रभाव पड़ा।
रास्ता बंद होने से यात्रियों को हुई परेशानी, ट्रेन को करना पड़ा रद्द
कटनी। कटनी बीना रेलखंड में असलाना के पास ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतर गए। इससे दर्जनों ट्रेनों व मालगाडिय़ों का परिचालन प्रभावित हो गया। इस घटना के बाद करीब 12 यात्री ट्रेन और 6 से अधिक मालगाडिय़ों के परिचालन पर प्रभाव पड़ा।
यही नहीं 22181 गौंडवाना , 22167 व सिंगरौली निजामुद्दी को रास्ते लौटाया गया। यह ट्रेन कटनी सतना होते हुए रवाना हुई। इसी तरह गाड़ी संख्या 20847 को सतना भेजा गया। गाड़ी संख्या 22169 सागर से होते हुए झांसी होकर सतना कटनी आई। गाड़ी संख्या 18478 बीना तरफ नहीं गई। यह झांसी से सतना होते हुए कटनी पहुंची। गाड़ी संख्या 06604 केएमजेड बीना मेमो , गाड़ी संख्या ट्रेन 11272 विंध्याचल रद्द कर दी गईं। इसके अलावा 22161 दमोह राज्य रानी सागर में ही कर दी गई। गाड़ी संख्या 22868 निजामुद्दी दुर्ग ये झांसी से कटनी सतना होते हुए आई। गाड़ी संख्या 12121 संपर्क क्रांति ट्रेन जबलपुर इटारसी होते हुए दिल्ली भेजी गई। इसी तरह गाड़ी संख्या 12181 दायोदय यह जबलपुर इटारसी होते गुना पहुंची।
जानकारी के अनुसार जबलपुर पश्चिम मध्य रेलवे के कटनी बीना रेलखंड के दमोह के समीप असलाना पथरिया के बीच बुधवार 14 अगस्त की देर शाम करीब सवा पांच बजे यह हादसा हुआ था। इसमें कोयले से लदी मालगाड़ी के 8 डिब्बे पटरी से उतर कर ट्रैक पर गिर गए। घटना में पटरियों, स्लीपरों व ओएचई केबिल को नुकसान पहुंचा है। साथ ही इस रेलखंड पर ट्रेनों का संचालन अवरुद्ध हो गया है। घटना की जानकारी लगते ही जबलपुर से अधिकारियों की टीम मौके के लिए रवाना की गई। इस घटना में ओएचई के खंभों को नुकसान पहुंचा है। लगभग आधा किलोमीटर तक के दर्जनों खंभे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। एनकेजे से दुर्घटना राहत गाड़ी (एआरटी) को भी रवाना किया गया है। इस घटना के बाद रेल यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया। रेल अधिकारी दूसरे मार्ग से रेल संचालन को चालू करने के इंतजाम में लगे रहे। जानकारी के अनुसार मालगाड़ी के पटरी से उतरने की घटना के बाद यातायात को सामान्य करने में कई घंटे लग सकते हैं।